सोने का कमरा

जो आत्मा सुंदरता देखती है, वह कभी-कभी अकेले ही चलती है, और शयनकक्ष उस आत्मा का शांत साथी होता है।

-जोहान वोल्फगैंग (कवि एवं राजनेता)